सोमवार, फ़रवरी 24, 2014

लालू को डबल झटका, राजद से टूटे 13 विधायक, पार्टी का दावा- 6 बागी लौटे

पटना। राष्ट्रीय जनता दल [राजद] प्रमुख लालू प्रसाद यादव को लोजपा से गठबंधन को लेकर झटके की संभावना के बीच उनकी ही पार्टी के 13 विधायकों ने बगावती तेवर अपना लिए हैं। खबर है कि इन विधायकों ने राज्यपाल को चिट्ठी लिखकर अलग गुट के रूप में मान्यता दिए जाने की मांग की है। इसी बीच, बिहार विधानसभा के सचिव ने अधिसूचना जारी कर राजद के तेरह विधायकों के अलग गुट को मान्यता दे दी है। उधर, राजद ने दावा किया है कि 13 बागी विधायकों में 6 से लौट आए हैं। इसके साथ ही राजद ने नीतीश कुमार पर आरोप लगाया है कि इस तोड़फोड़ के पीछे सत्ताधारी जदयू का हाथ है।
राजद विधायक अब्दुल बारी सिद्दीकी ने दावा किया कि बागी बताए जा रहे 13 में से छह विधायक पार्टी में वापस लौट आए हैं। इन विधायकों के नाम चंद्रशेखर यादव, अब्दुल गफ्फूर, ए. इमाम शाहीन, ललित यादव, फैयाज, दुर्गा प्रसाद है। इस मामले में ललित यादव, अब्दुल गफ्फूर और दुर्गा प्रसाद यादव राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के साथ प्रेस वार्ता कर साफ किया कि वह राजद में ही बने हुए हैं। अब्दुल गफ्फूर ने कहा, हम पूरे मन से विचार से, लालू यादव और अब्दुल बारी सिद्दीकी के साथ राजद में बने हुए हैं। हमने किसी भी दल बदल वाले कागज पर दस्तखत नहीं किया है। सम्राट चौधरी ने दो महीने पहले ध्यानाकर्षण के नाम पर दस्तखत करवाया था। उनके लोकसभा टिकट के लिए भी दस्तखत किया था। मगर पार्टी छोड़ने के नाम पर कोई दस्तखत नहीं हुआ है। इन सबके बीच बिहार विधानसभा सचिव ने बेहद ही चौंकाने वाला फैसला किया है। उन्होंने आरजेडी के 13 विधायकों को अलग गुट की मान्यता दे दी। इस संबंध में विधानसभा सचिव ने अधिसूचना भी जारी कर दी।
हालांकि दल बदल कानून के अनुसार कम से कम 15 विधायकों के टूटने के बाद ही उन्हें अलग पार्टी के रूप में मान्यता मिल सकती है। अभी आरजेडी के कुल विधायकों की संख्या 22 है। उधर, इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए राजद प्रमुख लालू यादव ने कहा कि पार्टी में बगावत की खबर में सब सच नहीं है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सत्तारूढ़ जदयू इन 13 बागी विधायकों में कुछ को मंत्री और कुछ को लोकसभा चुनाव का टिकट दे सकती है और इससे निर्दलीय और कांग्रेस के दम पर मामूली बहुमत से सरकार चला रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मजबूती मिलेगी।
सूत्रों ने बताया कि वरिष्ठ राजद नेता शकुनी चौधरी के पुत्र सम्राट चौधरी के नेतृत्व में 13 विधायकों ने शुक्रवार को पार्टी से अलग होने की राज्यपाल को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने राज्यपाल से अलग गुट के रूप में मान्यता देने की मांग की है।
लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे लालू यादव के लिए यह बड़ा झटका साबित हो सकता है। इससे पहले लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान ने भाजपा के साथ हाथ मिलाने के संकेतों को लेकर राजद प्रमुख पहले से ही परेशान हैं।
टूट की खबर पर आरजेडी नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि जिन विधायकों का नाम लिया जा रहा है उनमें से चार विधायक उनके साथ मौजूद हैं। वहीं, जदयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि संख्या का तो पता नहीं हैं, लेकिन राजद के कुछ विधायक जदयू में शामिल हो सकते है। उधर, बिहार कांग्रेस के प्रवक्ता प्रेम गुप्ता ने कहा कि जो तरीका अपनाया जा रहा है, वह लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। नीतीश जी खुद स्वस्थ परंपराओं की दुहाई देते रहे हैं और अब इस तरह की हरकत कर रहे हैं। उधर, भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि इससे पता चलता है कि जनता लालू यादव के साथ नहीं है।
बागी विधायकों की सूची :
1 - सम्राट चौधरी
2 - ललित यादव
3 - रामलखन राम
4 - जावेद इकबाल अंसारी
5 - दुर्गा प्रसाद सिंह
6 - जितेंद्र राय
7 - चंद्रशेखर
8 - अख्तर उल इस्लाम शाहिन
9 - अनिरुद्ध कुमार
10 - राघवेंद्र प्रसाद सिंह
11 - डॉ फैयाज
12 - अख्तर उल इमान,
13 - अब्दुल गफूर

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