सिद्धार्थनगर। 'डान' को पकड़ पाना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है, यह डायलाग आपने सुना होगा। जी हां, यह फिल्मी डायलाग चरितार्थ हो रहा है अंडरवर्ल्ड डान दाउद इब्राहीम पर। उसके भले ही कई देशों की सुरक्षा एजेंसियां ढूंढ़ रही हैं, मगर वह फेसबुक पर शान से विराजमान है। वह लोगों से चैट करता है, विचार भी पोस्ट करता है। यहां उसके कई फ्रैंड भी हैं। एक नहीं कई एकाउंट हैं उसके। कम्युनिटी भी बनी हुई है। बावजूद इसके उसे न तो पुलिस पकड़ पा रही और न हीं अन्य सुरक्षा एजेंसियां।
यह बातें भले ही अचरज लगें, मगर सोशल नेटवर्किग साइट फेसबुक पर दाउद इब्राहिम के नाम से 37 से अधिक एकाउंट चल रहे हैं। इनमें से बीस से अधिक साइटों पर दाउद की विभिन्न मुद्राओं में फोटो भी हैं। जिन एकाउंट पर फोटो नहीं है वहां प्रश्नवाचक चिह्न् (?) बना है। इनमें से कौन साइट असली है और कौन नकली अथवा सभी फेक आइडी हैं, यह तो जांच का विषय है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों के लिए फेसबुक पर उसके नाम की यह सक्त्रियता हैरातनाक है। दाउद के नाम वाली विभिन्न फेसबुक वाल से उसकी साफ सुथरी छवि प्रस्तुत करने की कोशिश की जा रही है। यह दाउद के प्रति विचार बनाने की उसकी टीम की एक कोशिश भी हो सकती है। दाउद के नाम से फेक आइडी सुरक्षा एजेंसियों की आंख में धूल झोंकने की कोशिश भी माना जा रहा है। जानकारों का कहना है कि यह संभव है कि अलग अलग साइट के माध्यम से माफिया पुलिस को धोखा दे सकते हैं। इससे उनकी उचित लोकेशन का पता लगाना मुश्किल होता है।
सिद्धार्थनगर के पुलिस अधीक्षक राजेश कृष्णा कहते हैं कि मामला बेहद गंभीर है। इसे लेकर फेसबुक के आइपी एड्रेस ट्रेस की जायेगी। फिलहाल साइबर सेल को इसकी जांच के लिए लगा दिया गया है। एटीएस को इसकी सूचना जल्द ही भेजी जायेगी। जल्द ही वह चेहरे बेनकाब होंगे, जो इन्हें आपरेट कर रहे हैं।
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