नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी को लगातार लग रहे झटकों के बीच मंगलवार को एक और जोर का झटका लगा। पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक अशोक अग्रवाल ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी अब प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की तरह काम कर रही है।
जब आप प्रवक्ता दीपक बाजपेयी से इस खबर के बाबत बात की तो उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उनका कहना था कि इससे पहले कभी उन्होंने पार्टी फोरम में अपनी कोई नाराजगी या शिकायत दर्ज नहीं कराई। यदि वह हमें शिकायत करने तो हम इसका समाधान निकालने की पूरी कोशिश भी करते। हमें उनके इस्तीफे की जानकारी मीडिया से ही पता चली है। हालांकि उन्होंने अशोक द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए गए कामों की भी जमकर सराहना की है।
उनसे जब यह प्रश्न किया गया कि क्या इसका ताल्लुक लोकसभा चुनाव के टिकट को लेकर है, तो उन्होंने इस बात से साफ इन्कार कर दिया। दीपक ने कहा कि जो कोई पार्टी छोड़कर जाना चाहता है वह इसके लिए स्वतंत्र है।
अशोक अग्रवाल अन्ना के साथ किए गए आंदोलन का भी हिस्सा थे। पार्टी के शुरुआती सदस्य होने के लिहाज से उनका कद भी पार्टी में ऊंचा था। वह पार्टी कार्यकारिणी के भी सदस्य थे। शिक्षाविद अशोक अग्रवाल बाल अधिकारों के लिए लड़ने वाले चर्चित वकील भी हैं। उनका पार्टी छोड़कर जाना आप के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
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