जयपुर. मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अशोक
परनामी और राष्ट्रीय सचिव भूपेंद्र यादव प्रत्याशियों के पैनल तैयार करने
के लिए गुरुवार को भी रायशुमारी कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि संसार चंद्र रोड स्थित एक होटल में बुधवार को भी विधायक, हारे हुए विधानसभा प्रत्याशी, जिलाध्यक्ष और लोकसभा प्रभारियों से फीडबैक लिया था। तीनों नेताओं ने बंद कमरे में हर नेता से दो-दो दावेदारों के नाम मांगे। साथ ही दावेदारों के जीत-हार के समीकरण और कांग्रेस की रणनीति पर भी चर्चा की। दूसरी ओर, मीटिंग के बाद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने साफ किया कि मौजूदा चारों सांसदों का टिकट नहीं कटेगा, और विधायकों के नामों पर विचार नहीं होगा।
इधर, दौसा, झंझनू, पाली, बाड़मेर, जोधपुर, जयपुर शहर और देहात लोकसभा सीट पर रायशुमारी गुरुवार को होगी। प्रदेश नेतृत्व ने प्रत्येक सीट से प्रत्याशियों की ग्राउंड रियलिटी और जीत के सुझाव नोट किए। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक नेता को दो- दो मिनट का समय दिया औप पूछा किसे और क्यों टिकट दिया जाए। जोधपुर देहात के जिलाध्यक्ष गज सिंह सरेचा के निधन के चलते बुधवार को पाली, बाड़मेर और जोधपुर सीट के जन प्रतिनिधि और जिलाध्यक्षों को नहीं बुलाया गया था।
इसलिए दोबारा मंथन
इससे पहले भी भाजपा प्रदेश नेतृत्व मंडल स्तर तक के कार्यकर्ताओं से फीडबैक ले चुका है। कई जगह विवाद होने की वजह से विधायक, प्रत्याशी, जिलाध्यक्ष और प्रभारियों से दोबारा फीडबैक लेकर मंथन करके नए सिरे से पैनल तैयार किए जा रहे हैं। संसदीय कार्यमंत्री राजेंद्र राठौड़ के मुताबिक पुन: मंथन और चिंतन के लिए पार्टी हित में रायशुमारी की जा रही है।
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तीन सीटों पर विवाद
प्रदेश नेतृत्व भले ही एक-एक से बात कर संभावित विवाद से डेमेज कंट्रोल करने की कोशिश में जुटा रहा हो, लेकिन कुछ लोकसभा सीटों पर भाजपा नेताओं के आपसी विवाद भी सामने आए।
सीकर सीट पर भी नजर आई खींचतान
एक मौजूदा विधायक और पूर्व सांसद के गुट के बीच खींचतान नजर आई। फीडबैक के दौरान कुछ नेताओं ने एक पूर्व सांसद की दावेदारी का विरोध किया। दूसरी तरफ पूर्व सांसद के गुट के नेताओं ने एक जिला पदाधिकारी का नाम लेकर कहा कि अगर उनको टिकट दिया गया तो नहीं जीत सकते।
मुंबई भाजपा के पूर्व अध्यक्ष की दावेदारी
मुंबई भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री राज. के पुरोहित ने भी वसुंधरा राजे से मुलाकात कर जालोर- सिरोही सीट से दावेदारी जताई। उन्होंने कहा कि वे मूलत: सिरोही के हैं और जातिगत समीकरणों के लिहाज से परिस्थितियां उनके अनुकूल है।
चूरू सीट से नौजवान को मिले मौका
चूरू लोकसभा से भाजपा से किसे टिकट मिलना चाहिए, इस सवाल पर चिकित्सा मंत्री राजेंद्र राठौड़ ने मीडिया से कहा कि किसी नौजवान को मौका मिलना चाहिए, हालांकि टिकट तय करने का काम प्रदेश नेतृत्व का है। उल्लेखनीय है कि चूरू के मौजूदा सांसद राम सिंह कस्वां और चूरू विधायक राजेंद्र राठौड़ के बीच राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई चल रही है। इसके चलते राठौड़ गुट चूरू से किसी नए व्यक्ति को टिकट देने की पैरवी कर रहा है। कांग्रेस नेता भंवरलाल शर्मा की वसुंधरा राजे से मुलाकात और कांग्रेस के खिलाफ दिए जाने वाले बयानों को भी लोग भी नए सियासी समीकरणों से जोड़कर देख रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि संसार चंद्र रोड स्थित एक होटल में बुधवार को भी विधायक, हारे हुए विधानसभा प्रत्याशी, जिलाध्यक्ष और लोकसभा प्रभारियों से फीडबैक लिया था। तीनों नेताओं ने बंद कमरे में हर नेता से दो-दो दावेदारों के नाम मांगे। साथ ही दावेदारों के जीत-हार के समीकरण और कांग्रेस की रणनीति पर भी चर्चा की। दूसरी ओर, मीटिंग के बाद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने साफ किया कि मौजूदा चारों सांसदों का टिकट नहीं कटेगा, और विधायकों के नामों पर विचार नहीं होगा।
इधर, दौसा, झंझनू, पाली, बाड़मेर, जोधपुर, जयपुर शहर और देहात लोकसभा सीट पर रायशुमारी गुरुवार को होगी। प्रदेश नेतृत्व ने प्रत्येक सीट से प्रत्याशियों की ग्राउंड रियलिटी और जीत के सुझाव नोट किए। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक नेता को दो- दो मिनट का समय दिया औप पूछा किसे और क्यों टिकट दिया जाए। जोधपुर देहात के जिलाध्यक्ष गज सिंह सरेचा के निधन के चलते बुधवार को पाली, बाड़मेर और जोधपुर सीट के जन प्रतिनिधि और जिलाध्यक्षों को नहीं बुलाया गया था।
इसलिए दोबारा मंथन
इससे पहले भी भाजपा प्रदेश नेतृत्व मंडल स्तर तक के कार्यकर्ताओं से फीडबैक ले चुका है। कई जगह विवाद होने की वजह से विधायक, प्रत्याशी, जिलाध्यक्ष और प्रभारियों से दोबारा फीडबैक लेकर मंथन करके नए सिरे से पैनल तैयार किए जा रहे हैं। संसदीय कार्यमंत्री राजेंद्र राठौड़ के मुताबिक पुन: मंथन और चिंतन के लिए पार्टी हित में रायशुमारी की जा रही है।
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तीन सीटों पर विवाद
प्रदेश नेतृत्व भले ही एक-एक से बात कर संभावित विवाद से डेमेज कंट्रोल करने की कोशिश में जुटा रहा हो, लेकिन कुछ लोकसभा सीटों पर भाजपा नेताओं के आपसी विवाद भी सामने आए।
सीकर सीट पर भी नजर आई खींचतान
एक मौजूदा विधायक और पूर्व सांसद के गुट के बीच खींचतान नजर आई। फीडबैक के दौरान कुछ नेताओं ने एक पूर्व सांसद की दावेदारी का विरोध किया। दूसरी तरफ पूर्व सांसद के गुट के नेताओं ने एक जिला पदाधिकारी का नाम लेकर कहा कि अगर उनको टिकट दिया गया तो नहीं जीत सकते।
मुंबई भाजपा के पूर्व अध्यक्ष की दावेदारी
मुंबई भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री राज. के पुरोहित ने भी वसुंधरा राजे से मुलाकात कर जालोर- सिरोही सीट से दावेदारी जताई। उन्होंने कहा कि वे मूलत: सिरोही के हैं और जातिगत समीकरणों के लिहाज से परिस्थितियां उनके अनुकूल है।
चूरू सीट से नौजवान को मिले मौका
चूरू लोकसभा से भाजपा से किसे टिकट मिलना चाहिए, इस सवाल पर चिकित्सा मंत्री राजेंद्र राठौड़ ने मीडिया से कहा कि किसी नौजवान को मौका मिलना चाहिए, हालांकि टिकट तय करने का काम प्रदेश नेतृत्व का है। उल्लेखनीय है कि चूरू के मौजूदा सांसद राम सिंह कस्वां और चूरू विधायक राजेंद्र राठौड़ के बीच राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई चल रही है। इसके चलते राठौड़ गुट चूरू से किसी नए व्यक्ति को टिकट देने की पैरवी कर रहा है। कांग्रेस नेता भंवरलाल शर्मा की वसुंधरा राजे से मुलाकात और कांग्रेस के खिलाफ दिए जाने वाले बयानों को भी लोग भी नए सियासी समीकरणों से जोड़कर देख रहे हैं।
युवाओं का है जमाना
बीकानेर सांसद अर्जुन राम मेघवाल और भाजपा के वरिष्ठ नेता देवी सिंह भाटी का विवाद भी चर्चा का विषय रहा। भाटी ने मीडिया के सवाल पर कहा कि इस बार बीकानेर लोकसभा से किसी युवा को मौका मिलना चाहिए, क्योंकि अभी युवाओं का ही जमाना है। हालांकि उन्होंने कहा कि जिसे भी पार्टी टिकट देगी, उसे जीताकर भेजेंगे।
अर्जुन मेघवाल से युवा कौन?
बीकानेर शहर भाजपा के जिलाध्यक्ष नंदकिशोर सोलंकी ने भाटी के बयानों को लेकर पूछे गए सवालों के जवाब में कहा कि अर्जुन मेघवाल अभी नौजवान है। वो जिस तरीके से संसद में मुद्दे उठाते है, उनका कोई मुकाबला नहीं है।
क्रमोदी और कमल के नाम मिलेंगे वोट, चाहे प्रत्याशी कोई भी हो
कुछ विधायकों और जिलाध्यक्षों ने तो प्रदेश नेतृत्व की ओर संभावित दावेदार का नाम पूछे जाने पर नाम बताने की बजाय कहा कि पार्टी जिसको भी टिकट देगी, वे समर्पित तरीके से लोकसभा सीट जिताने में जुट जाएंगे। रामगढ़ विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने मीडिया के समक्ष कहा कि चाहे किसी को भी प्रत्याशी बना दो, जनता तो इस बार मोदी और कमल के नाम पर ही वोट देगी।
बीकानेर सांसद अर्जुन राम मेघवाल और भाजपा के वरिष्ठ नेता देवी सिंह भाटी का विवाद भी चर्चा का विषय रहा। भाटी ने मीडिया के सवाल पर कहा कि इस बार बीकानेर लोकसभा से किसी युवा को मौका मिलना चाहिए, क्योंकि अभी युवाओं का ही जमाना है। हालांकि उन्होंने कहा कि जिसे भी पार्टी टिकट देगी, उसे जीताकर भेजेंगे।
अर्जुन मेघवाल से युवा कौन?
बीकानेर शहर भाजपा के जिलाध्यक्ष नंदकिशोर सोलंकी ने भाटी के बयानों को लेकर पूछे गए सवालों के जवाब में कहा कि अर्जुन मेघवाल अभी नौजवान है। वो जिस तरीके से संसद में मुद्दे उठाते है, उनका कोई मुकाबला नहीं है।
क्रमोदी और कमल के नाम मिलेंगे वोट, चाहे प्रत्याशी कोई भी हो
कुछ विधायकों और जिलाध्यक्षों ने तो प्रदेश नेतृत्व की ओर संभावित दावेदार का नाम पूछे जाने पर नाम बताने की बजाय कहा कि पार्टी जिसको भी टिकट देगी, वे समर्पित तरीके से लोकसभा सीट जिताने में जुट जाएंगे। रामगढ़ विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने मीडिया के समक्ष कहा कि चाहे किसी को भी प्रत्याशी बना दो, जनता तो इस बार मोदी और कमल के नाम पर ही वोट देगी।
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