चंदे जुटाने के लिए नायाब पहल
आमतौर पर कॉरपोरेट घराने प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष तरीके से सियासी दलों को चंदा देते रहे हैं। लेकिन आम आदमी पार्टी ने चंदा जुटाने के लिए नायाब रास्ता अपनाया है।
केजरीवाल जब 15 मार्च को बंगलूरू में डिनर कर रहे होंगे तब उनकी थाली में लजीज व्यंजन के अलावा नोटों की बारिश भी होने वाली है। उस तारीख को इंफोसिस के पूर्व बोर्ड मेंबर और आप सदस्य वी बालकृष्णन के साथ केजरीवाल की मीटिंग है।
उस डिनर मीटिंग में शामिल होने वाले हर शख्स को 20 हजार रुपए देने होंगे। एक घंटे की इस मीटिंग में 200 लोग शामिल होने जा रहे हैं। यदि सब कुछ ठीक रहा तो आप के खजाने में 40 लाख रुपए तो आ ही जाएंगे।
केजरीवाल जब 15 मार्च को बंगलूरू में डिनर कर रहे होंगे तब उनकी थाली में लजीज व्यंजन के अलावा नोटों की बारिश भी होने वाली है। उस तारीख को इंफोसिस के पूर्व बोर्ड मेंबर और आप सदस्य वी बालकृष्णन के साथ केजरीवाल की मीटिंग है।
उस डिनर मीटिंग में शामिल होने वाले हर शख्स को 20 हजार रुपए देने होंगे। एक घंटे की इस मीटिंग में 200 लोग शामिल होने जा रहे हैं। यदि सब कुछ ठीक रहा तो आप के खजाने में 40 लाख रुपए तो आ ही जाएंगे।
'केजरीवाल को परखने का बेहतरीन मौका'
बालकृष्ण ने अपने मेल में लिखा कि केजरीवाल और अन्य नेताओं के साथ बातचीत करने और अन्य मुद्दों पर विचार-विमर्श करने का बेहतरीन मौका है। इस मुल्क में सियासी दलों को चंदे देने के साथ ही भ्रष्टाचार की भी शुरुआत हो गई।
'आप' चंदे लेने के तरीके में बदलाव लाने और इसे पारदर्शी व स्वच्छ बनाने की पहल कर रही है। इससे प्रत्याशियों के काम और तरीके में बदलाव आएंगे।
उन्होंने कहा, 'जब तक हमलोग आगे बढ़कर कदम नहीं उठाएंगे, इसका सफल होना नामुमकिन है। मैं आप सभी लोगों से डिनर में शामिल होने और इसे आनंदायक बनाने का आग्रह करता हूं।'
बालकृष्ण ने अपने मेल में लिखा कि केजरीवाल और अन्य नेताओं के साथ बातचीत करने और अन्य मुद्दों पर विचार-विमर्श करने का बेहतरीन मौका है। इस मुल्क में सियासी दलों को चंदे देने के साथ ही भ्रष्टाचार की भी शुरुआत हो गई।
'आप' चंदे लेने के तरीके में बदलाव लाने और इसे पारदर्शी व स्वच्छ बनाने की पहल कर रही है। इससे प्रत्याशियों के काम और तरीके में बदलाव आएंगे।
उन्होंने कहा, 'जब तक हमलोग आगे बढ़कर कदम नहीं उठाएंगे, इसका सफल होना नामुमकिन है। मैं आप सभी लोगों से डिनर में शामिल होने और इसे आनंदायक बनाने का आग्रह करता हूं।'
'आप' चंदे लेने के तरीके में बदलाव लाने और इसे पारदर्शी व स्वच्छ बनाने की पहल कर रही है। इससे प्रत्याशियों के काम और तरीके में बदलाव आएंगे।
उन्होंने कहा, 'जब तक हमलोग आगे बढ़कर कदम नहीं उठाएंगे, इसका सफल होना नामुमकिन है। मैं आप सभी लोगों से डिनर में शामिल होने और इसे आनंदायक बनाने का आग्रह करता हूं।'
चंदे पर पहले भी उठे हैं सवाल
बालकृष्णन ने कहा, 'आम आदमी पार्टी की यह पहल कर्नाटक इंडस्ट्री के साथ भी मेलजोल बढ़ाना है। यदि बंगलूरू में यह पहल सफल होती है तो निश्चय ही दूसरे सूबे भी इसे हाथों-हाथ लेंगे।'
पहले भी आम आदमी पार्टी को विदेश से मिल रहे चंदे को लेकर सवाल उठते रहे हैं। हाल ही में पार्टी के लीगल सेल के प्रमुख अश्विनी उपाध्याय ने भी फोर्ड फाउंडेशन से मिल रहे चंदे को लेकर केजरीवाल पर जुबानी गोले दागे थे।
बालकृष्णन ने कहा, 'आम आदमी पार्टी की यह पहल कर्नाटक इंडस्ट्री के साथ भी मेलजोल बढ़ाना है। यदि बंगलूरू में यह पहल सफल होती है तो निश्चय ही दूसरे सूबे भी इसे हाथों-हाथ लेंगे।'
पहले भी आम आदमी पार्टी को विदेश से मिल रहे चंदे को लेकर सवाल उठते रहे हैं। हाल ही में पार्टी के लीगल सेल के प्रमुख अश्विनी उपाध्याय ने भी फोर्ड फाउंडेशन से मिल रहे चंदे को लेकर केजरीवाल पर जुबानी गोले दागे थे।
पहले भी आम आदमी पार्टी को विदेश से मिल रहे चंदे को लेकर सवाल उठते रहे हैं। हाल ही में पार्टी के लीगल सेल के प्रमुख अश्विनी उपाध्याय ने भी फोर्ड फाउंडेशन से मिल रहे चंदे को लेकर केजरीवाल पर जुबानी गोले दागे थे।
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