बुधवार, फ़रवरी 26, 2014

मेरठ में तेंदुए के खौफ का चौथा दिन, प्रशासन हलकान

लखनऊ। मेरठ में चार दिन से मेरठ शहर तेंदुए का खौफ है। वन विभाग और प्रशासन की टीमें तेंदुए को नहीं खोज पाई हैं। कैंट और गंगानगर क्षेत्र में देखे जाने की चर्चाएं सुबह से चल रहीं। लोगों में दहशत बनी है। आबूलेन, सदर और बेगमपुल से जुड़े बाजारों की रौनक गायब हो गई है। छावनी में कल रात देखे जाने के बाद बुधवार सुबह से तेंदुआ नहीं दिखा। इस दौरान मेरठ के स्कूल खुले पर तेंदुए के डर से स्कूलों में बच्चों की आमद कम रही। अधिकांश बच्चों को अभिभावक ही छोडऩे पहुंचे और छुट्टी तक स्कूल में ही इंतजार करते रहे।
कल रात तेंदुआ छावनी इलाके के एक बंगले के बगीचे में देखा गया। थोड़ी देर बाद एक मेजर के आवास में घुसा। सेना ने कई इलाकों में तेंदुए को घेरने के लिए मोर्चाबंदी की है। आला अधिकारियों ने आज सुबह से ही फिर तेंदुआ तलाशने की कवायद शुरू की। उधर, मेरठ शहर में अफवाहों का बाजार गर्म हैं। यहां के लकदक बाजार आबूलेन में सन्नाटा है। लोग अफरातफरी में अपने घरों की ओर भागते नजर आते रहे। कई प्रत्यक्षदर्शी तेंदुए के दिखने का दावा कर रहे हैं। कल एक व्यक्ति के घायल होने और एक कुत्ते के बेहोश होने की भी बात कही जा रही है। कल शाम पौने सात बजे तेंदुआ आरवीसी के रिसालदार मेजर (आरनरी कैप्टन) भागीरथ के घर में घुसा। इसके बाद तेंदुआ एमआइ रूम की तरफ से होते डोगरा मंदिर की ओर भाग निकला।
प्रशासन को नहीं सूझ रहा रास्ता
अब कैंट इलाके में तेंदुए की चहलकदमी से वन विभाग और पुलिस प्रशासन के होश उड़े हैं। तीन दिन बीतने के बाद भी वन विभाग खानापूरी से ज्यादा कुछ करता नजर नहीं आ रहा है। आज भी सुबह से ही टीमें तेंदुए को पकडऩे की औपचारिकता भर निभाती दिखीं।
एक जानवर ने खोल दी पोल
मेट्रो सिटी की दुहाई देने वाले मेरठ के पुलिस-प्रशासन के दावों की कलई एक जानवर ने खोल दी। बंजर जमीन को उपजाऊ बनाने में माहिर साढ़े आठ करोड़ की आबादी वाला वेस्ट यूपी उप्र का 62 फीसद राजस्व देता है। ऐसे वेस्ट यूपी के शहर मेरठ में तेंदुए और बिजनौर में बाघिन ने पूरी व्यवस्था की पोल खोल दी है।
वह सामने से आता-जाता रहा
मेरठ में फौज की संख्या 25 हजार, पुलिस कर्मी 3300, होमगार्ड व पीआरडी जवान 10 हजार, आरएएफ व पीएसी जवान 10-10 हजार व 55 वन कर्मी हैं। मेरठ में तेंदुआ दिखा और छह लोगों को जख्मी करते प्रशासन, वन और सेना के सामने ही उनकी नजरों से गायब हो गया।

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