लखनऊ। लखनऊ में दो मार्च को भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी, इलाहाबाद में सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव और कानपुर में अरविन्द केजरीवाल की रैली आयोजित की गयी है। सुरक्षा के लिहाज से इन रैलियों ने शासन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इसीलिए पुलिस महकमे ने सुरक्षा व्यवस्था की बड़ी तैयारी की है। उधर, 28 फरवरी और एक मार्च को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के दौरे को लेकर भी सुरक्षा के मुकम्मल इंतजाम किये जा रहे हैं।
पुलिस महानिरीक्षक कानून-व्यवस्था मुकुल गोयल ने बुधवार को एनेक्सी के मीडिया सेंटर में पत्रकारों को बताया कि सभी रैलियां संवेदनशील हैं और खतरे के दृष्टिगत सभी की पर्याप्त सुरक्षा की तैयारी की गयी है। दो मार्च को लखनऊ में मोदी की रैली के लिए अतिरिक्त पुलिस बल आवंटित किये गये हैं। दो एएसपी, पांच डीएसपी, दस कंपनी पीएसी अतिरिक्त दिए गए हैं। राजकीय रेलवे पुलिस की मांग पर जीआरपी लखनऊ को भी काफी फोर्स दी गयी है। इसमें दो एएसपी, चार डीएसपी, 20 उपनिरीक्षक, 40 मुख्य आरक्षी, 200 आरक्षी, 20 ट्रैफिक उपनिरीक्षक, दस महिला उपनिरीक्षक, 30 महिला आरक्षी और पांच कंपनी पीएसी दी गयी है।
इलाहाबाद में हो रही सपा की रैली में मुलायम सिंह यादव और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के शामिल होने की वजह से पर्याप्त सुरक्षा के इंतजाम किये जा रहे हैं। गोयल के मुताबिक इलाहाबाद की रैली के लिए चार पुलिस अधीक्षक, छह अपर पुलिस अधीक्षक, 12 पुलिस उपाधीक्षक, 10 थानाध्यक्ष, 30 उपनिरीक्षक और दस कंपनी पीएसी अतिरिक्त रूप से दी गयी है।
गोयल ने कहा कि अरविंद केजरीवाल और राहुल गांधी का कार्यक्रम बुधवार को मिला है। समीक्षा की जा रही है और आवश्यकतानुसार पुलिस बल लगाये जायेंगे। इन सभी रैलियों में एंटी सबोटाज टीम, सीसीटीवी कैमरे और सुरक्षा के पर्याप्त संसाधन लगाये जायेंगे। संदिग्ध लोगों पर कड़ी निगाह रहेगी।
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