बुधवार, फ़रवरी 26, 2014

डीएसपी ने पत्‍नी को मार कर की थी खुदकुशी, एक चिता पर रुखसत हुए दोनों

रायपुर। अपनी बीवी को गोली मारने के बाद आत्महत्या करने वाले जगदलपुर सीएसपी देव नारायण पटेल का अंतिम संस्कार आज उनके गृहग्राम बिलासपुर स्थित मानिकचौरी में किया गया। उनकी और उनकी पत्नी के शवयात्रा में गांव के अलावा आस पास के गांव के लोग और अलग -अलग शहरों से पटेल को जानने वाले लोग पहुंचे। शवयात्रा में शामिल होने मस्तुरी विधायक लक्ष्मण मस्तुरिया और पुलिस के कई आला अधिकारी पहुंचे थे। पुलिस के द्वारा गार्ड ऑफ़ ऑनर देने के बाद उनके भतीजे राकेश पटेल ने उनके शव को मुखाग्नि दी।
खेत में किया गया अंतिम संस्कार
पटेल और उनकी पत्नी के शव को एक ही चिता पर लिटाया गया, उनका अंतिम संस्कार गांव के श्मशान घाट में करने की बजाए उनके घर के सामने के खेत में किया गया। उनके परिजनों का कहना है कि पटेल को अपने खेतों से बेहद लगाव था इसलिए ऐसा किया गया।
कल की थी आत्महत्या
सोमवार को देर रात पटेल ने पत्नी और खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली थी। सोमवार की शाम जज को पीटने के आरोप में सीएसपी को निलंबित कर दिया गया था। निलंबन से आहत हो सीएसपी ने आत्महत्या कर ली। खुद को शूट करने से पहले उन्होंने छत पर फायरिंग की थी जिससे उनके दोनों बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। रविवार को जगदलपुर में एडिशनल जज ए टोप्पो शराब पीकर गाड़ी चला रहे थे, उनकी वजह से ट्रैफिक जैम हो गया था। पटेल ने जाकर उनको रोका नहीं, एडीजे नहीं माने और उनके बीच हाथापाई हो गई। इसके बाद टोप्पो ने हाई कोर्ट में पटेल की शिकायत की और उन्हें निलंबित कर दिया गया।
आत्महत्या से पहले दोस्त से की थी बात
सीएसपी देवनारायण पटेल ने सुसाइड से पहले रात 9 बजे अपने 14 साल पुराने साथी डीएसपी नक्सल ऑपरेशन सुखनंदन राठौर से जज से विवाद को लेकर लंबी बातचीत की। पटेल ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा था कि उन्हें बेवजह फंसा दिया गया। उन्होंने किसी जज से मारपीट नहीं की। वे तो जज को खुद घर तक छोडऩे गए थे। पटेल इस बात से आहत थे कि विभाग ने उनकी बात सुने बगैर सीधे सस्पेंड कर दिया। इसके बाद रात 1.57 बजे पटेल ने उन्हें एसएमएस भेजा। इसमें लिखा था कि बड़े भाई (अवध पटेल ) को उनका सामान दिला देना। राठौर इसे समझ नहीं सके। पटेल ने उनका कॉल भी रिसीव नहीं किया। (डीएसपी राठौर ने यह जानकारी हमारे संवाददाता कृष्णपाल देव को दी) 
मिला सुसाइड नोट
सीएसपी ने उनको मिले निलंबन आदेश के पीछे ही अपना सुसाइड नोट लिखा है, इसमें शराबी की वजह से हो रही बदनामी के चलते यह आत्मघाती कदम उठाने की बात कही गई है। इसके साथ ही यह भी जिक्र है कि इस घटना के लिए किसी को परेशान नहीं किया जाए। पुलिस ने सुसाइड नोट जब्त कर लिया है, जिसे मीडिया को नहीं दिखाया गया।
गार्ड और ड्राइवर को भेज दिया था घर, पिस्टल भी ले ली थी
निलंबन का आदेश मिलने के बाद सीएसपी रात आठ बजे घर आ गए थे, उन्होंने गार्ड और ड्राइवर को घर भेज दिया था| आम तौर पर पटेल हथियार खुद नहीं रखते थे, उनको मिली सर्विस रिवाल्वर उनके गार्ड के पास रहती थी| गार्ड को घर भेजने से पहले उन्होंने उससे पिस्टल ले ली थी|
सीएसपी की मौत की मजिस्ट्रियल जांच होगी
जगदलपुर के सीएसपी देवनारायण पटेल की खुदकुशी के मामले में विपक्ष ने मंगलवार को विधानसभा में राज्य सरकार को घेरा। विपक्ष के तीखे आरोपों के बीच गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ने घोषणा की सीएसपी की मौत की मजिस्ट्रियल जांच होगी। मंगलवार को सुबह जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने घटना पर विरोध जताते हुए कहा कि तुरंत धारा 306 का जुर्म दर्ज किया जाए। सदन में घटना इस पर चर्चा हो। स्पीकर ने प्रश्नकाल के बाद गृहमंत्री के वक्तव्य की बात कही। संसदीय कार्य मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि सरकार घटना की उच्चस्तरीय जांच करवाकर कार्रवाई करेगी। गृहमंत्री ने कहा कि गंभीरता को देखते हुए दंडाधिकारी जांच कराई जाएगी।
बच्चों की हालत में सुधार
सीएसपी के दोनों बच्चे हादसे में चली गोली के छर्रों से गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिन्हें हेलीकाप्टर से इलाज के लिए रायपुर रवाना किया गया| रायपुर के एक निजी अस्पताल में दोनों बच्चों का इलाज चल रहा है| डॉक्टर्स का कहना है कि ऑपरेशन के बाद दोनों बच्चे खतरे से बाहर हैं|
मिला था वीरता पुरस्कार
सीएसपी पटेल को नक्सलियों से पूरी ताकत और सूझबूझ के साथ लडऩे के लिए वीरता पुरस्कार दिया गया था।

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