बिलासपुर। बुधवार को रतनपुर के मां महामाया देवी मंदिर में आयोजित सरकारी शादी में एक दुल्हन चंद्रिका ने भावी पति की पगड़ी के साथ अग्नि के सात फेरे लिए। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत कोटा परियोजना से 105 जोड़े बुधवार को मां महामाया मंदिर रतनपुर में परिणय सूत्र में बंधे।
इन 105 जोड़े में से एक बकसाही गांव की चंद्रिका और हरनमुड़ी गांव का दीपक की शादी अनोखे ढंग से हुई। दरअसल दीपक कोनी आईटीआई का छात्र है और शादी के दिन उसकी परीक्षा थी। वह मंडप में अपनी उपस्थित देकर परीक्षा दिलाने चला गया। इधर चंद्रिका ने दीपक के बगैर ही अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लिए। जब दूल्हा वापस आया तो विवाह की सारी रस्में पूरी हो चुकी थी।
चंद्रिका ने अकेले ही शादी की सभी रस्में निभाई। इस अवसर पर कोटा विधायक रेणु जोगी, कोटा एसडीएम राजेंद्र गुप्ता, काशीराम साहू, कोटा परियोजना अधिकारी कुसुम वर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी एमडी नायक सहित महिला बाल विकास के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे। (नईदुनिया)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें