किसी से भी पूछा जाए कि अमेरिका का पहला राष्ट्रपति कौन था तो जवाब मिलेगा जॉर्ज वॉशिंगटन लेकिन बहुत कम लोग हैं जो जानते हैं कि वॉशिंगटन कायदे से पहले राष्ट्रपति नहीं हैं। अमेरिकी क्रांति के लिए कांग्रेस ने पीटन रेंडॉल्फ को पहला राष्ट्रपति चुना था। रेंडॉल्फ ने तुरंत ब्रिटेन के खिलाफ सेना खड़ी कर दी और यॉर्कटाउन का युद्ध जीत लिया। वॉशिंगटन को इसके आठ साल बाद पब्लिक वोट से लीडर चुना गया था। अमेरिका के नेताओं ने नहीं, वहां की जनता ने वॉशिंटगटन को पहला राष्ट्रपति बनाया।आजादी की घोषणा वाले दिन भी स्थिति ठीक नहीं थी। तलवारों के साए में सभी नेता जमा हुए थे। ब्रिटिश कोलोनिस्ट का कहना था कि जो भी सबसे पहले डिक्लेरेशन साइन करेगा उसे मार दिया जाएगा। ऐसे में काले रंग के कपड़े पहना हुआ एक शख्स भीड़ में से उठकर खड़ा हुआ। उसे वहां कोई नहीं पहचानता था। उसके हाथ में लिखा हुआ भाषण था। जैसे ही उसने भाषण शुरू किया, ऐसा लगा वहां मौजूद सभी लोग उसकी बातों से हिप्नोटाइज हो गए हैं। उसके शब्दों में जादू था। उसने उन लोगों को इस तरह समझाया कि उनके दिल से डर गायब हो गया। आज भी उसके शब्द वहां लिखे हुए हैं। लोगों का मानना है कि भगवान का किया हुआ काम खत्म हो सकता है लेकिन उसके बोले शब्द मिट नहीं सकते। इसके बाद ही जॉर्ज वॉशिंगटन और उनके अधिकारियों ने खतरे की परवाह किए बिना आगे बढ़कर डिक्लेरेशन साइन किया था। इसके बाद उन लोगों ने मुड़कर उस शख्स को देखा तो वह वहां नहीं मिला। ये कौन था, कहां से आया था ये कोई नहीं जानता था। काफी कोशिश करने पर भी आज तक कोई नहीं बता सका है कि वह कौन था।
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