जाहिर तौर पर बांग्लादेश और अफगानिस्तान ही एशिया कप की वो टीमें हैं जिन पर आउट ऑफ फॉर्म भारतीय टीम हावी होकर खेलते हुए लय में लौटने की कोशिश कर सकती है। दो विदेशी दौरों के बाद यूं तो ये टूर्नामेंट भी विदेशी जमीं पर भारत के लिए इम्तेहान जैसा ही होगा, लेकिन गनीमत ये है कि मुकाबला इस पर उपमहाद्वीप के हालातों में है, जिससे भारतीय टीम कभी परहेज नहीं करती।
- इन भारतीय धुरंधरों से होंगी उम्मीदें:
टीम इंडिया में इस समय यूं तो कई ऐसे खिलाड़ी हैं जिनसे एशियाई पिचों पर धमाल की उम्मीद की जा सकती है। इसमें ओपनर धवन और रोहित के साथ-साथ पूरा मिडिल ऑर्डर और गेंदबाज भी शामिल हैं लेकिन चार ऐसे खिलाड़ी होंगे जिन पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। ये खिलाड़ी हैं विराट कोहली और दिनेश कार्तिक। एक तरफ हैं कोहली जो पिछले कुछ सालों में हर फॉर्मेट में सर्वश्रेष्ठ भारतीय बल्लेबाज साबित हुए हैं और उपमहाद्वीप पर उनके बल्ले की धार से कोई अंजान नहीं है। वहीं दूसरी तरफ होंगे दिनेश कार्तिक जो कि टीम में चोटिल नियमित कप्तान महेंद्र सिंह धौनी की जगह आए हैं। कार्तिक हाल में आइपीएल-7 की नीलामी में दूसरे सबसे महंगे खिलाड़ी के तौर पर भी बिके हैं। इसके अलावा बांग्लादेश की पिचों पर स्पिनरों का भी अच्छा खासा जोर चलेगा जिस वजह से अमित मिश्रा (अगर खेले) भी फैंस की नजरों में आ सकते हैं, वहीं युवा तेज गेंदबाज इश्वर पांडे अब तक बेंच पर ही बैठे हैं और उन्हें भी अपने डेब्यू का इंतजार होगा, और इससे अच्छा मौका उन्हें क्या मिलेगा जब वो एशियाई पिचों पर अपना डेब्यू करेंगे।
-दिलचस्प आंकड़े:
आमने-सामने:
कुल मैच- 24
भारत- 21 जीत
बांग्लादेश- 3 जीत
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बांग्लादेश की जमीन पर आमने-सामने:
कुल मैच- 15
भारत- 13 जीत
बांग्लादेश- 2 जीत
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एशिया कप में आमने-सामने:
कुल मैच- 9
भारत- 8 जीत
बांग्लादेश- 1 जीत
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आखिरी मुकाबला:
16 मार्च 2012 (एशिया कप, मीरपुर)
बांग्लादेश 5 विकेट से जीता
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